नई दिल्ली : महारत्न स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने आज बर्न स्टैंडर्ड एंड कंपनी लिमिटेड (बीएससीएल) के सेलम रिफ्रेक्टरी यूनिट को सेल रिफ्रेक्टरी कंपनी लिमिटेड (एसआरसीएल) नाम से सेल की एक नई सहायक कम्पनी को स्थानांतरण के लिए बीएससीएल के साथ एक करार (डीड ऑफ ट्रांसफर) पर हस्ताक्षर किया है। इस करार पर संसद सदस्य और स्थायी संसदीय समिति (उद्योग) के अध्यक्ष श्री तिरुचि शिवा, संसद सदस्य श्री के. बी.शनप्पा, इस्पात सचिव श्री पी. के. मिश्रा, भारी उद्योग सचिव श्री एस.सुंदरेशन, इस्पात मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव और वित्तीय सलाहकार श्री एस.मचेन्द्रनाथनऔर सेल अध्यक्ष श्री सी. एस. वर्मा की उपस्थिति में बीएससीएल के प्रबंध निदेशक श्री डी. मराण्डी और एसआरसीएल के अध्यक्ष श्री एस हनुमंथा राव ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर संसद, इस्पात मंत्रालय, भारी उद्योग विभाग और दोनों निगमों के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित थे। लौह और इस्पात उत्पादन के क्षेत्र में रिफ्रेक्टरी सामग्री के महत्व पर प्रकाश डालते हुये सेल अध्यक्ष श्री वर्मा ने इस करार को दोनों कंपनियों के लिए �दीर्घकालीक और पारस्परिक हित� वाला बताया।
सेल की सहायक कम्पनी के रूप में बीएससीएल के सेलम रिफ्रेक्टरी यूनिट के स्थानांतरण की प्रक्रिया का आरंभ 10 जून, 2010 में हुआ था, जब आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने बीएससीएल के आर्थिक पुर्नसंरचना की सहमति दी थी और साथ ही भारी उद्योग विभाग और इस्पात मंत्रालय को स्थानांतरण के लिए आवश्यक कारवाई हेतु कदम उठाने के लिए अधिकृत किया था। इसके बाद इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए तमिलनाडू के कोयम्बटूर में 23 अगस्त, 2011 को एसआरसीएल की स्थापना की गई। श्री एस.मचेन्द्रनाथन के नेतृत्व वाले एक कार्यदल ने सभी मुद्दों का समाधान किया और एसआरसीएल में बीएससीएल इकाई के स्थानांतरण राह आसान की।
सेल एसआरसीएल में मानव संसाधन के नियोजन और टनल किल्न, मिक्सिंग मशीन इत्यादि की स्थापना हेतु पूंजी निवेश के अध्ययन के लिए पहले ही पहल कर चुका है। एक शाफ्ट किल्न जो पहले अपरिचलनशील थी, को परिचालन में लाया जा चुका है। सेल की सेल रिफ्रेक्टरी इकाई (एसआरयू) और अन्य संयंत्रों की तरह सेलम रिफ्रेक्टरी इकाई के लिए भी, सेल के केंद्रीय आपूर्ति प्रणाली के जरिये कच्चे माल का इंतज़ाम सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा चुके हैं।
सेल के बोकारो, भिलाई और राऊरकेला संयंत्र बीएससीएल की सेलम रिफ्रेक्टरी इकाई से रिफ्रेक्टरी सामग्री प्राप्त कर रहे हैं, जो सलेम के अपने खदान में उपलब्ध कच्चे मैग्नेसाइट से आधारभूत श्रेणी के रिफ्रेक्टरीज का उत्पादन करता है। रिफ्रेक्टरी सामग्री बेसिक ऑक्सीजन फर्नेस रूट पर आधारित लौह और इस्पात संयंत्र के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण सामग्री हैं। सेल के आधुनिकीकरण और विस्तरीकरण परियोजनाओं के लागू होने के बाद सेल की रिफ्रेक्टरी सामग्री की आवश्यकता बढ़ने का अनुमान है। यह करार सेल के लिए दीर्घकालिन रणनीतिक लाभ का बहुत बड़ा कदम साबित होगा।