सेल के बर्नपुर स्थित इस्को इस्पात संयंत्र में भारत के सबसे बड़े ब्लास्ट फर्नेस की शुरुआत, सेल अध्यक्ष श्री सी एस वर्मा की उपस्थिति में 30 नवंबर, 2014 की मध्यरात्रि में हुई। “कल्याणी” नामक अत्याधुनिक ब्लास्ट फर्नेस की उत्पादन क्षमता 4160 घन मीटर है और यह मौजूदा समय में देश में सबसे बड़ी प्रचालित ब्लास्ट फर्नेस हो गयी है। इससे पहले, सेल ने राउरकेला इस्पात संयंत्र में देश का सबसे बड़ा ब्लास्ट फर्नेस वर्ष 2013 में स्थापित किया था, जिसकी उत्पादन क्षमता 4060 घन मीटर है।
यह फर्नेस हाई टॉप प्रेशर ऑपरेशन के साथ टॉप प्रेशर रिकवरी टर्बाइन, ट्विन मैटेरियल बिन बेल-लेस टॉप, स्टोव वेस्ट हीट रिकवरी, पुल्वराइज्ड कोल इंजेक्शन, कास्ट हाउस फ्यूम एक्सट्रेक्सन इत्यादि कुछ प्रमुख अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित है। इसमें लेवल II का आटोमेशन शामिल किया गया है और चार टैप होल्स के साथ ट्विन फ्लैट कास्ट हाउस उपलब्ध हैं। पर्यावरण अनुकूल यह ब्लास्ट फर्नेस न केवल ऊर्जा के न्यूनतम उत्सर्जन और अन-उपयोजित ऊर्जा की फिर से प्राप्ति को पूर्णतया सुनिश्चित करता है, बल्कि यह क्लोज्ड लूप कूलिंग सिस्टम से युक्त है, जिसके परिणाम स्वरूप लगभग नहीं के बराबर जल निस्तारण होता है।
श्री सी एस वर्मा ने फर्नेस के प्रज्जवलित होने के अवसर पर कहा, “इसके साथ ही, इस्को इस्पात संयंत्र पूरी दृढ़ता के साथ अपने गौरवशाली अतीत को फिर से स्थापित करने के राह पर चल पड़ा है।” इस फर्नेस की शुरुआत को बर्नपुर में अत्याधुनिक 25 लाख टन प्रति वर्ष उत्पादन क्षमता के लिए स्थापित किए जा रहे, इस्पात संयंत्र के वृहद विस्तारीकरण और आधुनिकीकरण कार्य के सफल समापन के रूप में देखा जा रहा है। इस नए इस्पात संयंत्र में अन्य प्रमुख अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम इकाईयों में शामिल यथा कोक ओवन बैटरी, सिंटर संयंत्र, बेसिक ऑक्सीजन फर्नेस, कंटीनुअस कास्टर और वायर रोड मिल का प्रचालन पहले ही शुरू हो चुका है।