स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल)पिछली दस तिमाहियों के बाद चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (Q3FY18) मेंलाभ हासिल करने के बाद अब अपने निष्पादन को और बेहतर करने के लिए भविष्य की रणनीति तैयार कर रहा है। इसके लिए इसी सप्ताह में ढाई दिनों की एक रणनीतिक विमर्श कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें सेल अध्यक्ष श्री पी के सिंह समेत सेल के शीर्ष प्रबंधन से लोग बड़े पैमाने पर सम्मिलित हुए। निष्पादन की समीक्षा करने के साथ वृद्धि की गति को बनाए रखने पर जोर देते हुएअध्यक्ष सेल श्री सिंह ने कहा कि कंपनी केवल अपनी निर्धारित क्षमता के हिसाब से ही उत्पादन नहीं करेगी बल्कि क्षमता से भी परे जायेगी। साथ ही उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वित्त वर्ष 2020-21 के निर्धारित 210 लाख टन इस्पात उत्पादन के लक्ष्य को भी हासिल करेगी।
इस कार्यशाला में उच्च उत्पादन और अधिक परिमाण में विक्रय करने के साथ-साथ पूरी प्रक्रिया की गुणवत्ता बढ़ाने पर विशेष ज़ोर दिया गया। कंपनी का आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण कार्यक्रम सेल को उसकी उत्पादन क्षमता बढ़ाने और विशेष रूप से नई मिलों से हाई मार्जिन उत्पादों का उत्पादन करने और उनका बाज़ार तैयार करने सक्षम बनाएगा।इस बैठक के दौरान उत्पादन, विपणन, वित्त, परियोजना, मानव संसाधन,कच्चा माल एवं लॉजिस्टिकजैसे सभी महत्वपूर्ण कार्यात्मक क्षेत्रों की प्राथमिकताओं पर विमर्श किया गया। इसके साथ ही लागत नियंत्रण के लिए तकनीकी-आर्थिक मानकों में सुधार करने औरन्यूनतम लागत पर उत्पादन करने के लिएनिर्धारित क्षमता सेअधिक उत्पादन, नई मिलों से उत्पादन बढ़ाने, तकनीकी उन्नति के जरिये मौजूदा मिलोंकी क्षमता का विवेकपूर्ण ढंग से उपयोग करने तथा उत्पादन को सुदृढ़ करने केबिन्दुओंपर प्रमुख रूप से विमर्श हुआ। विपणन के क्षेत्र में विपणन रणनीति को नया आयाम देते हुए ग्राहकों की संतुष्टि को बढ़ाना और ग्राहक वैल्यू मैनेजमेंट को लागू करना दो मुख्य फोकस बिन्दु रहे।
सेल के कार्मिकों के पूरे समूह को एक उत्पादक कार्यबल के रूप में एकीकृत करने और उनके सामूहिक कौशल सेसंगठन की कार्यशैली में मूल्य संवर्धन करने के विचारों पर भी चर्चा की गई।
सेल अध्यक्ष श्री पी के सिंह ने कहा, "व्यापार में अग्रणी बने रहना कंपनी के समर्पित मानव संसाधन के बल पर ही संभव है, जो अपने सामूहिक कौशल से कोई भी चमत्कार करने की क्षमता रखती है। उन्होंने यह भी कहा किकड़ी मेहनत, स्मार्ट-काम और टीम वर्कसे वृद्धि के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। श्री सिंह ने आगे कहा, "हमें अपने निष्पादन में सुधार की गति को जारी रखना है और यहां से पीछे मुड़कर नहीं देखना है।" इस विमर्श के दौरान विकसित रणनीतियां इस वर्ष के दौरान लागू की जाएंगी।