नई दिल्ली:देश के सबसे बड़े इस्पात निर्माता, स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया लिमिटेड (सेल) एवं देश के एकमात्र सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक, नेशनल मिनरल डेवलेपमेंट कारपोरेशन (एनएमडीसी) ने हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित लाइमस्टोन माइन को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए आज एक सहमतिपत्र पर हस्ताक्षर किये। केन्द्रीय इस्पात मंत्री, श्री वीरभद्र सिंह, केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री, श्री ए. साई प्रताप, इस्पात सचिव, श्री अतुल चतुर्वेदी, सेल अध्यक्ष, श्री एस. के. रुँगटा और एनएमडीसी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, श्री राणा सोम की उपस्थिति में इस 50:50 संयुक्त उद्यम के लिए सहमतिपत्र पर हस्ताक्षर किये गये।
अरकी माइन में लगभग 100 मिलियन टन गुणवत्ता युक्त लाइमस्टोन का भंडार है। सेल-एनएमडीसी संयुक्त उद्यम इस माइन से 3 मिलियन टन लाइमस्टोन वार्षिक (1 मिलियन टन लम्प्स और 2 मिलियन टन फाइंस) उत्पादन करने के लिए विकसित करेगा। सेल और एनएमडीसी द्वारा लो-सिलिका लाइमस्टोन लम्प्स का उपयोग इस्पात उत्पादन के लिए बतौर् फलक्स उपयोग किया जायेगा, जबकि लाइमस्टोन फाइंस की बाजार में बिक्री की जायेगी। सीमेंट उद्योग को बड़ी मात्रा में लाइमस्टोन फाइंस की जरूरत पड़ती है ।
सेल के पास वर्तमान रूप से लो-सिलिका लाइमस्टोन का कोई निजी स्रोत नहीं है और वह इस महत्वपूर्ण कच्चे माल की सम्पूर्ण जरूरत को बाजार से खरीद कर पूरा करता है। अगले कुछ वर्षों में सेल की उत्पादन क्षमता के प्रस्तावित विस्तार को देखते हुए, कंपनी की लो-सिलिका लाइमस्टोन की मांग 3 मिलियन टन से अधिक हो जायेगी।
अरकी लाइमस्टोन माइन का विकास सेल के लिए महत्वपूर्ण कच्चे माल की दीर्घकालीन सुरक्षा की दिशा में एक अन्य महत्वपूर्ण कदम होगा। दूसरी ओर, एनएमडीसी को अपने उत्पाद के लिए एक सुनिश्चित खरीददार मिल जायेगा । यह संयुक्त उद्यम स्थानीय उद्योग और आस-पास के क्षेत्र के विकास को भी बढ़ावा देने के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा।
संलग्न चित्र में दिखाई दे रहे हैं: सेल अध्यक्ष, श्री एस. के. रुँगटा (दांयी ओर खड़े हैं) और एनएमडीसी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, श्री राणा सोम, हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित अरकी लाइमस्टोन माइन को 50:50 संयुक्त उद्यम के रूप में विकसित करने के लिए, केन्द्रीय इस्पात मंत्री, श्री वीरभद्र सिंह, केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री, श्री ए. साई प्रताप, इस्पात मंत्रालय के इस्पात सचिव, श्री अतुल चतुर्वेदी, (दायें से आगे की पंक्ति में) की उपस्थिति में सेल और एनएमडीसी के बीच हस्ताक्षरित सहमतिपत्र की प्रतियों का आदान-प्रदान करते हुए ।