स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की तीन इस्पात नगरियां राउरकेला (ओडिशा), बोकारो (झारखण्ड) और बर्नपुर (पश्चिम बंगाल) बहुत जल्द ही देश के विमानन नक्शे पर नज़र आएंगी। इस दिशा में पहल करते हुए, सेल और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया (एएआई) ने आज क्षेत्रीय हवाई यात्रा विकास की दिशा में भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना - उड़ान के तहत सेल के राउरकेला, बोकारो और बर्नपुर को हवाई मार्ग के रूप में बढ़ावा देने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। क्षेत्रीय हवाई यात्रा विकास योजना – उड़ान को नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने लांच किया है। मंत्रालय इस योजना के जरिये क्षेत्रीय हवाई यात्रा के विकास के लिए बुनियादी संरचना और अन्य आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराएगा। सेल जो पहले से ही कई राष्ट्रीय विकास योजनाओं और परियोजनाओं जैसे मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत इत्यादि में सक्रिय भागीदारी निभा रहा है, सेल उड़ान योजना के भागीदार के रूप में भी अपनी अग्रणी भूमिका निभाने जा रहा है।
सेल के निदेशक (कार्मिक) श्री अतुल श्रीवास्तव और एएआई के (सदस्य प्रचालन), श्री आई एन मूर्ति, संयुक्त सचिव, नागरिक उड्डयन मंत्रालय श्रीमती ऊषा पाधी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करते हुए।
समझौता ज्ञापन के तहत, एएआई क्षेत्रीय हवाई यात्रा विकास योजना – उड़ान की कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में कार्य करेगी और तीनों हवाई अड्डों पर क्षेत्रीय उड़ानों के चालू होने से पहले की आवश्यक कार्यों को क्रियान्वित करेगी। इसी के साथ एएआई सेल की ओर से तीन साल तक बर्नपुर, राउरकेला और बोकारो हवाई अड्डे के प्रचालन का संचालन और प्रबंधन करेगी।
क्षेत्रीय हवाई यात्रा विकास योजना – उड़ान के तहत राउरकेला, बोकारो और बर्नपुर हवाई अड्डे का परिचालन शुरू होने से इन शहरों के नागरिकों को बेहतर हवाई संपर्क से अत्यधिक लाभ मिलेगा और इस क्षेत्र की विकास गतिविधियों में भी तेजी आएगी। क्षेत्रीय हवाई यात्रा विकास योजना – उड़ान के तहत राउरकेला, बोकारो और बर्नपुर से चालू हो जाने के बाद, इन शहरों में स्थित सेल संयंत्रों से सेल कार्मिकों का आवागमन तेज और सुविधाजनक हो जाएगा।