स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के प्रतिभावान और समर्पित कार्मिकों ने कंपनी को हमेशा प्रतिष्ठा और सम्मान की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। सेल के कार्मिक देश और दुनिया भर के विभिन्न मंचों से पुरस्कार ग्रहण करने और अपनी पहचान बनाने में अग्रणी रहे हैं। सेल की 5 महिला कार्मिकों समेत कुल 148 कार्मिकों को 34 प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री श्रम अवार्ड से सम्मानित किया गया है। निष्पादन वर्ष 2011 से 2016 के लिए पुरस्कृत किए गए सार्वजनिक उपक्रम के 232 पुरस्कार विजेताओं में से 64% सेल से हैं।
पुरस्कार विजेताओं को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई देते हुए सेल अध्यक्ष श्री पी के सिंह ने कहा, “ये पुरस्कार हमारे कार्मिकों की कार्यक्षेत्र में उत्पादकता और क्षमता निर्माण के लिए उनके अभिनव योगदान की मान्यता है। इस तरह के सम्मान पूरे कार्मिकों के बीच काम करने का नया जोश भरते हैं।” उन्होंने कहा कि इस तरह का कायाकल्प कंपनी को विश्वस्तरीय बनाएगा। ये पुरस्कार सिद्ध करते हैं कि सेल एक कंपनी के रूप में कार्यस्थल पर न केवल नए विचारों और परिवर्तनों को महत्व देता है बल्कि उसे बढ़ावा भी देता है, और साथ ही कार्मिकों को अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करता है। श्री सिंह ने यह भी कहा कि कार्मिक ही हमारी मूल ताकत हैं और संगठन की सफलता इनके ही कंधों पर टिकी है। सेल के हर कार्मिक का पूरे निश्चय के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने का ही परिणाम है कि सेल मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में लाभ दर्ज करने में सफल रही है।
सेल के कुल पुरस्कृत 148 कार्मिकों में से 78 सेल के भिलाई इस्पात संयंत्र, 60 सेल के राउरकेला इस्पात संयंत्र और 10 सेल के बोकारो इस्पात संयंत्र के हैं। इन कार्मिकों को माननीय उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कल विज्ञान भवन, दिल्ली में आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया। सेल अध्यक्ष श्री पी के सिंह ने निदेशकगण की उपस्थिति में पुरस्कार कार्मिकों को आज स्कोप कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री श्रम पुरस्कार का उद्देश्य है सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के संगठनों में, औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 में परिभाषित किए अनुसार कामगारों के विशिष्ट योगदानों का सम्मान करना और ऐसे कामगारों को सम्मानित करना जिनके निष्पादन का अच्छा रिकॉर्ड रहा है, जिन्होंने अपनी जिम्मेदारी पूर्ण मनोयोग के साथ निभाई हो, उत्पादकता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान दिया हो, जिन्होंने अपनी अभिनव योग्यता साबित की हो, जिन्होंने प्रत्युत्पन्न मति और असाधारण साहस दिखाया हो और अपने कर्तव्य के पालन में कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपना जीवन समर्पित कर दिया हो।