पुरस्कृत परियोजनाओं से आवर्ती आधार पर 135 रुपये करोड की वार्षिक बचत होगी
नई दिल्ली:”यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि 128 में से 74 विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार (वीआरपी) विजेता स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया लिमिटेड (सेल) से हैं। यह और भी अधिक खुशी की बात है कि कुल पाँच ए क्लास के अवार्ड में से 4 सेल कर्मचारियों ने जीते हैं, यह भारत में किसी भी सार्वजनिक उपक्रम के द्वारा जीते गये ए क्लास के अवार्ड में सबसे ज्यादा हैं“, यह वक्तव्य सेल अध्यक्ष श्री सी. एस. वर्मा ने आज स्कोप काम्पलेक्स में विश्वकर्मा पुरस्कार विजेताओं के लिए आयोजित एक सम्मान समारोह में दिया। पिछले वर्ष की अपनी गौरवशाली परंपरा को जारी रखने के साथ, सेल ने कार्य निष्पादन वर्ष 2008 के लिए कुल 28 में से 15 विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार (वीआरपी) जीते हैं, जिन्हें केन्द्रीय श्रम और रोजगार मंत्री श्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने कल विज्ञान भवन में आयोजित एक भव्य समारोह मे सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि पुरस्कार विजेता परियोजनाओं के कार्यान्वयन से सेल को आवर्ती आधार पर अनुमानित वार्षिक बचत रुपया135 करोड़ की होगी। सेल द्वारा जीते गये 15 पुरस्कार, सेल के चार संयंत्रों के 74 कार्मिकों को मिले हैं, भिलाई इस्पात संयंत्र ने सात विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं, जिसमें 36 कार्मिक शामिल हैं, बोकारो इस्पात संयंत्र ने 6 पुरस्कार जीते हैं, जिसमें 29 कार्मिक शामिल हैं, दुर्गापुर इस्पात संयत्र तथा सेलम इस्पात संयंत्र ने 1-1 पुरस्कार जीते हैं, जिसमें क्रमशः 5 और 4 कार्मिक शामिल हैं।
भारत सरकार द्वारा 1965 में स्थापित विश्वकर्मा पुरस्कार, एक राष्ट्रीय पुरस्कार है, जो हर वर्ष श्रम मंत्रालय द्वारा महानिदेशालय कारखाना सलाह सेवा और श्रम संस्थान के साथ मिलकर औद्योगिक उपक्रमों के कर्मचारियों को अपने संगठनों मे लागत में कमी, गुणवत्ता में सुधार, उत्पादकता और कार्य करने की परिस्थितियों जैसे सुरक्षा, स्वास्थ्य व पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बेहतरीन अग्रणी सुझाव के लिए दिया जाता है।
सेल कर्मचारियों ने तीन अलग अलग श्रेणियों में विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है - जिसमें चार वर्ग ए, तीन वर्ग बी और आठ वर्ग सी पुरस्कार हैं।. इन वर्गों के तहत विजेताओं ने योग्यता प्रमाण पत्र के साथ क्रमशः रुपया 75,000, रुपया 50000 और रुपया 25000 नकद पुरस्कार प्राप्त किया है।