रुपया 5000 करोड़ के मूल्य की इकाइयों द्वारा उत्पादन शुरू
सेल अध्यक्ष श्री सी एस वर्मा ने 5 अक्टूबर को सेल के बर्नपुर स्थित इस्को इस्पात संयंत्र (आईएसपी) के आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण कार्य की समीक्षा के लिए दौरा किया, यह कार्य समन्वित रूप से चालू होने के अपने आखिरी पड़ाव पर है। इस अवसर पर सेल के निदेशक तकनीकी श्री एस एस मोहंती और निदेशक (परियोजना एवं व्यापार योजना) श्री टी एस सुरेश भी उपस्थित थे। सेल-आईएसपी को 16,000 करोड़ रुपये से भी अधिक की कुल लागत से उन्नत और आधुनिक बनाया जा रहा है। यह संयंत्र कार्य पूरा हो जने के बाद 29 लाख टन तप्त धातु का उत्पादन करेगा। शुरू होने वाली प्रमुख इकाईयों में शामिल हैं - एक नई 7 मीटर लंबी कोक ओवन बैटरी, कुल दो सिंटर मशीनें, शीर्ष दबाव रिकवरी टर्बाइन के साथ 4060 घन मीटर मात्रा की एक नई ब्लास्ट फर्नेस, कुल तीन “150 टन बेसिक ऑक्सीजन फर्नेस कन्वर्टर्स”, कुल दो “6 स्ट्रैंड बिलेट कास्टर्स”, 4 स्ट्रैंड बीम ब्लैंक/ब्लूम कास्टर, यूनिवर्सल सेक्शन मिल और आवश्यक सुविधाओं तथा सेवाओं के साथ वायर रॉड एवं बार मिल।
नई 7 मीटर लंबी कोक ओवन बैटरी का परीक्षण आपरेशन शुरू हो गया है और इसने संबन्धित इस्पात संयंत्रों के लिए कोक उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। इसके जरिये अब तक संयंत्रों को 2 लाख टन कोक की आपूर्ति की गयी है। 74 ओवन वाली इस नई कोक ओवन बैटरी की वार्षिक उत्पादन क्षमता 8.82 लाख टन है. इस नई बैटरी हेतु कोक बनाने की प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हुये अत्याधुनिक संवर्धनों को अपनाया गया है, जो केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों के अनुरूप है।
सिंटर संयंत्र (उत्पादन क्षमता 38 लाख टन प्रति वर्ष) एक अन्य महत्वपूर्ण इकाई है, जिसका परीक्षण करना शुरू किया गया है। इस इकाई से सिंटर को संबन्धित इकाइयों को भी भेजा जाता है। कोक ओवन और सिंटर संयंत्र के अलावा वायर रॉड मिल में भी परीक्षण उत्पादन शुरू हो गया है। 5 लाख टन वार्षिक उत्पादन क्षमता वाला यह मिल फास्टनर के लिए कोल्ड हेडेड स्टील, रोप अनुप्रयोगों के लिए उपयोगी वायर और विशेष गुणवत्ता के इलेक्ट्रोड का उत्पादन करेगा। उत्पाद श्रेणी, उच्च गुणवत्ता टीएमटी ग्रेड्स समेत 5.5 मिमी से लेकर 22 मिमी व्यास तक के कम, मध्यम और उच्च के कार्बन वाले स्टील से भरपूर है।
अपने बर्नपुर के दौरे के दौरान श्री वर्मा ने यूनिवर्सल सेक्शन मिल, बार मिल और अन्य ब्लास्ट फर्नेस तथा सीसीपी कार्यस्थलों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने शेष कार्य के निष्पादन के लिए फास्ट ट्रैकिंग हेतु समग्र रणनीति पर चर्चा की. उन्होंने विभिन्न विभागों के कर्मचारियों से मुलाक़ात की और आह्वान किया कि इकाइयों में शीघ्र उत्पादन शुरू करने और तेजी से स्थिरीकरण करने के लिए तीव्रगति से काम करें।