भद्रावती : महारत्न स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की इकाई विश्वेशवरैया आयरन एंड स्टील संयंत्र (वीआईएसएल) ने आगामी वर्षों में अलॉय और विशेष इस्पात बाज़ार में 9 प्रतिशत की हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य तय किया है। सेल ने इस इकाई की उत्पादकता बढ़ाने के लिए लघु अवधि और दीर्घ अवधि योजना के तहत कदम उठाए हैं। सेल अध्यक्ष श्री सी. एस. वर्मा ने संयंत्र के अपने हाल के दौरे में कार्मिकों को स्टेकहोल्डरों की आशा के अनुरूप उत्पादन बढ़ाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने पूरे विश्वास के साथ कहा कि वीआईएसएल के निष्ठावान और समर्पित कार्यबल संयंत्र के स्वर्णिम अतीत को फिर से वापस ला सकते हैं।
उन्होंने वीआईएसएल के लिए कार्यान्वित एक बहुआयामी रणनीति के विषय में जानकारी दी। लघु अवधि के उपायों में अतिरिक्त निवेश के बिना ही ऑपरेशन्स की कमियों को दूर किया जा रहा है, जो संयंत्रों के लिए प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगा। दीर्घ अवधि उपायों में क्षमता वृद्धि के जरिये पूरी कार्यदक्षता के साथ उचित कार्य - क्षमता को विकसित करने की योजना है। श्री वर्मा से बताया कि वीआईएसएल उत्पादों के केंद्रीय विपणन संगठन (सीएमओ) के जरिये बिक्री के संदर्भ में कार्यालय-आदेश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। वीआईएसएल उत्पादों के विपणन के लिए विपणन-विशेषज्ञता को प्रयोग में लाया जाएगा। वीआईएसएल को पहले से ही कच्चा माल प्रभाग (आरएमडी) द्वारा कच्चे माल की आपूर्ति की जा रही है।
वीआईएसएल,सेल की एक अलॉय और विशेष इस्पात संयंत्र है, जो रणनीतिक क्षेत्रों जैसे रक्षा, रेलवे और ऑटोमोबाइल क्षेत्रों को अलॉय और विशेष इस्पात की आपूर्ति करता है।
SAIL VISL यूनिट बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए तैयार है
सेल अध्यक्ष श्री सी. एस. वर्मा, भद्रावती (कर्नाटक) स्थित सेल के वीआईएसएल फोर्ज प्लांट में।