दूसरी तिमाही में कर पश्चात लाभ `1090 करोड़ रहा
नई दिल्ली: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही, जुलाई से सितंबर के दौरान `11697 करोड़ का विक्रय कारोबार दर्ज किया है। जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 9% की बढ़ोत्तरी है और मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में लगभग 18% अधिक है। दूसरी तिमाही में कर पूर्व लाभ `1592 करोड़ और कर पश्चात लाभ `1090 करोड़ हुआ है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में क्रमश: 36% और 34% कम है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कर पूर्व लाभ में `927 करोड़ का अंतर, प्रमुख रूप से कच्चे माल के मूल्य में `1097 करोड़ की वृद्धि के कारण आया है (जिसमें से `939 करोड़ की बढ़ोत्तरी अकेले आयातित कोकिंग कोल के मद में हुई है)। संशोधित वेतन संरचना के मद में पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कुल वेतन लागत में `572 करोड़ की बढ़ोत्तरी हुई है।
दूसरी तिमाही में कुल 30.3 लाख टन का विक्रय किया गया, जो पिछली तिमाही की तुलना में 30% अधिक है, जिसमें कुल विक्रय का 38% वैल्यू एडेड का विक्रय हुआ। इस तिमाही में `1090 करोड़ की बढ़ोत्तरी के साथ सेल का शुद्ध मूल्य 30 सितंबर 2010 को `35,583 करोड़ हो गया है। पिछली तिमाही का 0.5 ऋण इक्विटी अनुपात घटकर 30 सितंबर, 2010 को 0.38 पर आ गया है।
सेल की दूसरी तिमाही के इस अनंकेक्षित वित्तीय परिणाम को आज यहाँ कंपनी के निदेशक मण्डल द्वारा रिकार्ड में लिया गया।
इस तिमाही के दौरान राउरकेला इस्पात संयंत्र में दूसरे लेडल फर्नेस को चालू किया गया और सेलम इस्पात संयंत्र में नए टेंशन लेवलिंग लाइन की शुरुआत की गयी। सेल के 74 कार्मिकों ने विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार और 56 कार्मिकों ने प्रधानमंत्री श्रम पुरस्कार प्राप्त किया। सेल ने पश्चिमी बंगाल के बर्धमान जिले के कुल्टी में वैगन निर्माण इकाई स्थापित करने के लिए राइट्स लिमिटेड के साथ एक संयुक्त उद्यम पर हस्ताक्षर भी किया है।
दूसरी तिमाही के परिणाम की घोषणा करते हुये, सेल अध्यक्ष श्री चन्द्र शेखर वर्मा ने कहा, “हम बाहरी बाजार दशाओं का सामना करने में सक्षम रहे जैसे कि निवेश लागतों में जरूरी बढ़ोत्तरी अथवा लाभ पर दबाव, यह विक्रय में बढ़ोत्तरी और प्रोडक्ट मिक्स के अनुकूलतम बनाने से संभव हुआ है। आने वाले सप्ताहों में निवेश लागत में स्थिरता की संभावना के चलते बाजार प्रभाव को काबू में कर लेने का भरोसा है।”