नई दिल्ली :सेल ने जुलाई से सितंबर, 2014 की तिमाही के लिए रुपया 1498 करोड़ का सकल लाभ (Gross Margin) दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुक़ाबले 58 प्रतिशत अधिक है। इस अवधि में कर पूर्व लाभ (PBT) पिछले वर्ष कीइस अवधि के मुक़ाबले 124 प्रतिशत बढ़कर रुपया 751 करोड़ हो गया (पिछले वर्ष का लाभ मेसर्स वाले (M/s Vale) से मिले रुपया 1056 करोड़ के अपवाद मद को छोड़कर है,जो अगस्त 2013 में न्यायाधिकरण द्वारा सेल के पक्ष में दिये गए फैसले के बादमिला)।
जुलाई से सितंबर, 2014 की तिमाही के लिए अंनकेक्षित वित्तीय परिणाम सेल निदेशक मण्डल द्वारा आज रिकार्ड में लिए गए। इस तिमाही के दौरान सेल ने रुपया 12,934 करोड़ का कारोबार किया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुक़ाबले 1 प्रतिशत अधिक है। कंपनी की कुल पूंजी (networth) 30 सितंबर, 2014 तक बढ़कर 43,622 करोड़ हो गयी, जिसमें 31 मार्च, 2014 से रुपया 956 करोड़ की बढ़ोत्तरी हुई है।
बेहतर सकल लाभ (Gross Margin) हासिल करने में मूल्य संवर्धित इस्पात (value added steel) के बढ़े हुए उत्पादन, कुल विक्रय प्राप्ति (NSR) में सुधार के साथ बेहतर तकनीकी-आर्थिक मानक (techno-economic parameters) और उत्पादन लागत (input cost) में कटौती जैसे कारकों ने मदद की है।
आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण कार्यक्रम के संदर्भ में, सेल अब तक करीब रुपया27,500 करोड़ की परियोजनाओं और सुविधाओं का प्रचालन कर चुका है। बर्नपुर में 4060घन मीटर के अत्याधुनिक ब्लास्ट फर्नेस (Blast Furnace) के प्रज्जवलन के साथ, 25 लाख टन प्रति वर्ष क्षमता के नए इस्पात संयंत्र का एकीकृत प्रचालन नवंबर, 2014 मेंशुरू होना है। राउरकेला इस्पात संयंत्र में अगस्त, 2013 में प्रचालित ब्लास्ट फर्नेस जैसा,यह सेल का दूसरा बड़ा ब्लास्ट फर्नेस होगा।
इस अवसर पर सेल अध्यक्ष श्री सी एस वर्मा ने कहा, “सेल जल्द से जल्द से शेष बचे हुए आधुनिकीकरण सुविधाओं को चालू करने पर ध्यान केन्द्रित किए हुए है और प्रचालित इकाईयों से उत्पादन को तेज़ गति प्रदान पर ज़ोर दे रहा है। यह उत्साहजनकहै कि सेल की उत्पादक क्षमता में बढ़ोत्तरी ऐसे समय में हो रही है, जिस समय देश में आर्थिक माहौल में सुधार और बुनियादी ढांचे के निर्माण पर बल दिया जा रहा है, जो इस्पात की मांग को बढ़ाने में अग्रणी भूमिका निभाएगा।”