नई दिल्ली: स्टील अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड (सेल) ने पश्चिम बंगाल में वर्दमान जिले के कुल्टी में 1500 वैगन प्रतिवर्ष क्षमता की एक विर्निर्माण यूनिट स्थापित करने के लिए आज उद्योग भवन में संयुक्त उद्यम पर हस्ताक्षर किये। केन्द्रीय इस्पात मंत्री श्री वीरभद्र सिंह, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री विवेक सहाय, इस्पात सचिव श्री पी के मिश्र, सेल अध्यक्ष श्री सी एस वर्मा, राइट्स के अध्यक्ष एवं रेल बोर्ड के सदस्य (तकनीकी) श्री संजीव हांडा एवं इस्पात मंत्रालय, राइट्स, रेल बोर्ड एवं सेल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में सेल के निदेशक (वित्त) श्री शैलेष भट्टाचार्य एवं राइट्स के प्रबंध निदेशक, श्री वी के अग्रवाल ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किये ।
इस पहल के लिए दोनों संगठनों को बधाई देते हुए, श्री वीरभद्र सिंह ने विश्वास व्यक्त किया कि यह समझौता इस तरह से मजबूती से आगे बढ़ेगा जिससे इस तरह के अन्य उद्यमों की स्थापना को बल मिलेगा । उपस्थित समारोह को संबोधित करते हुए श्री पी के मिश्र ने कहा, “यह संयुक्त उद्यम इन दो संगठनों के मध्य मजबूत एवं चिरस्थायी संबंध का प्रमाण है । परस्पर हितकारी इस गठजोड़ का पोषण करते हुए इसे अधिक घनिष्ठता के साथ सुदृढ़ करना होगा”। सेल के लिए इस संयुक्त उद्यम का महत्व रेखांकित करते हुए श्री सी एस वर्मा ने कहा, “इस संयुक्त उद्यम पर हस्ताक्षर सेल और भारतीय रेल के मध्य संबंधों का एक स्मरणीय दिन रहेगा और यह इतिहास में एक मील का पत्थर रहेगा”।
इस संयुक्त उद्यम के बारे में उत्साहित श्री विवेक सहाय ने कहा कि इस सहयोग से इस्पात की जरूरत वाले अनेक नई प्रस्तावित परियोजनाओं के चलते राष्ट्रीय विकास में मदद मिलेगी । राइट्स के अध्यक्ष एवं रेल बोर्ड के सदस्य (तकनीकी) श्री संजीव हांडा ने इस संयुक्त उद्यम के प्रस्ताव की
अवधारणा से लेकर उस पर हस्ताक्षर करने तक के प्रस्ताव के सुचारू एवं तेजी से आगे बढ़ने के लिए दोनों संगठनों को बधाई दी और कहा कि यह आने वाले वर्षों में नये बैचमाक्र्स स्थापित करेगा ।
इससे पहले, बजट 2010 के दौरान सरकार के सार्वजनिक/निजी भागीदारी में वैगन विर्निर्माण फैक्टरियों की स्थापना के प्रस्ताव के उपरांत, मई 2010 में सेल और राइट़्स लिमिटेड के मध्य एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुये थे और उसके उपरांत एक संभाव्यता अध्ययन किया गया। इस परियोजना की अनुमानित लागत 85 करोड रुपये है और इस यूनिट का निर्माण सेल के ग्रोथ वक्र्स डिवीजन, कुल्टी परिसर में किया जायेगा यह अत्याधुनिक संयंत्र शुरू में प्रति वर्ष 1200 वैगनों के विर्निर्माण एवं 300 वैगनों का पुनरुद्धार करने के लिए सुसज्जित होगा। बाॅक्सएन किस्म के वैगनों के विर्निर्माण के अलावा, यह संयंत्र विशिष्टीकृत उच्च-उपयोगी वैगनों एवं संयत्र तथा मशीनरी में तनिक निवेश के साथ आधुनिक स्टेनलेस स्टील वैगनों का उत्पादन करने में भी समर्थ होगा
इस संयंत्र का संचालन व्यावसायिक आधार पर एक संयुक्त उद्यम कंपनी द्वारा किया जायेगा जो इसके नियमित क्रियाकलाप एवं प्रचालनों के लिए जिम्मेदार होगी। इस संयुक्त उद्यम को इस्पात की आपूर्ति जहां सेल द्वारा प्रचलित बाजार दरों पर होगी और अन्य मदों की खरीद निविदाओं के जरिये बाजार द्वारा निर्धारित कीमतों से होगी। इस संयंत्र का निर्माण इस संयुक्त उद्यम की स्थापना की तिथि से 14 महीनों में पूरा कर इसे चालू करने का प्रस्ताव है।