नई दिल्ली : महारत्न स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) और भारत सरकार उपक्रम मिश्र धातु निगम लिमिटेड (मिधानि) ने एक साथ मिलकर व्यापार अवसर खोजने के लिए मूल्य संवर्धित उत्पाद के उत्पादन, शोध और विकास गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा दोनों कम्पनियों के बीच तकनीकी ज्ञान के आदान प्रदान के लिए, आज यहाँ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया।
सहमति पत्र के तहत संयुक्त रूप से दोनों कम्पनियों के शोध और विकास सुविधाओं के उपयोग से विशेष इस्पात उत्पाद विकसित करने के लिए एक संयुक्त कार्यदल स्थापित करने पर विचार किया जा रहा है, जो बाजार मांग के आकलन और तकनीकी – आर्थिकी व्यवहारिकता तथा वाणिज्यिक हितों पर आधारित होगा। संयुक्त कार्यदल सेल और मिधानि की सुविधाओं के अनुकूलतम उपयोग से गुणवत्तायुक्त और उच्च श्रेणी के विशेष इस्पात उत्पादों के उत्पादन की योजना की दिशा में भी प्रयत्न कर रहा है। विशेष इस्पात उत्पादन के लिए संयुक्त निवेश और साझेदारी हेतु क्षेत्रों की पहचान भी सहमति पत्र के प्रयोजन में शामिल की गयी है।
इस अवसर पर सेल अध्यक्ष श्री सी एस वर्मा ने सहमति पत्र पर कहा कि दोनों कम्पनियाँ देश में उत्पाद विकसित करने के लक्ष्य को हासिल कर पाएंगी, जो वर्तमान में रक्षा और विद्युत क्षेत्र द्वारा आयात किए जा रहे सभी उत्पादों का शत-प्रतिशत विकल्प बनकर उभरेंगी। उन्होंने रेखांकित किया कि सहमति पत्र के सभी लक्ष्य निर्धारित समय प्रारूप और कार्य योजना की सहायता से पूरे किए जाएगें, जिसे दो महीनों के अंदर तैयार करने का प्रस्ताव है। मिधानि के श्री राव ने इस अवसर पर कहा कि इस सहमति पत्र के बाद उनकी कंपनी के सेल के साथ दीर्घकालीन संबंध और मजबूत होगें, जिससे रक्षा और विद्युत क्षेत्र में इस्पात उत्पादों की बढ़ती हुई सामरिक जरूरत को पूरा करने में मदद मिलेगी।
सेल भारत का सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक है, जो लौह और इस्पात के व्यापक रेंज के उत्पादों और उप-उत्पादों का निर्माण करता है। मिधानि के उत्पादों में सुपर एलॉई, टाइटेनियम, स्पेशल स्टील, फोर्ज़्ड़ राउंडस, वायर्स, स्ट्रिप्स, रिंग्स और टाइटेनियम ट्यूब श्रेणी के उत्पाद शामिल हैं। रक्षा और अन्तरिक्ष क्षेत्र मिधानि के प्रमुख उपभोक्ताओं में शामिल हैं। इस सहमति से दोनों कम्पनियाँ अपने मूल क्षमताओं से लेकर अपने व्यापार और रणनीतिक हितों को आपसी फायदे और वृद्धि के लिए लाभदायक बनाने में सफल होगीं।