स्टील अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड (सेल) ने वित्त वर्ष 2012-13 में पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले मूल्य संवर्धित इस्पात के उत्पादन में 4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि है. सेल ने विशेष रूप से उपभोक्ता उपयोगी इन विशेष इस्पात उत्पादों का 50 लाख टन से अधिक उत्पादन करते हुए देश के औद्योगिक आधार को मजबूत करने में अपना प्रयास जारी रखा है.
भिलाई इस्पात संयत्र ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बार्क) के प्रतिष्ठित भारत आधारित न्यूट्रिनों ऑब्ज़रवेट्री (आईएनओ) परियोजना के लिए स्पेशल सॉफ्ट आयरन मैग्नेटिक प्लेट्स का विकास किया है. यह पहली बार है कि सेल के बोकारो और सेलम स्थित संयंत्रों ने भारतीय रेलवे के लिए विशेष रूप से निर्मित आईएस-2062 ई-450 और ई-350 एचआर क्वाइल का उत्पादन शुरू किया है. पेट्रोरसायन उद्योग के लिए भिलाई और राउरकेला ने एएसटीएम 537 प्लेट्स की एक नई श्रेणी का विकास किया है, जिसका उपयोग प्रेशर वेसेल में होता है. पेट्रोरसायन उद्योग के लिए निर्मित किया गया एक अन्य उत्पाद एनएसीई क्वालिटी प्लेट भिलाई द्वारा विकसित किया गया है. ये दराररोधी प्लेट्स हाईड्रोजन सल्फाइड की उच्च मात्रा वाली गैसों के परिवहन के लिए उपयुक्त होती हैं. इसी तरह मोटर-गाड़ी उद्योग के लिए, सेल के बोकारो संयंत्र ने विशेष रूप से मोटर बॉडी घटकों के लिए Mn-B के साथ अत्यधिक मजबूती वाले एचआर और सीआर इस्पात का उत्पादन किया है. सेल अपने उत्पादों के उन्ययन की दिशा में अपने प्रयासों को जारी रखे हुए है. भारी उद्योगों की ज़रूरतों को पूरा करने के अलावा, भारत में पहली बार दुर्गापुर इस्पात संयंत्र द्वारा 31 CrV3 श्रेणी के बिलेट्स का निर्माण किया गया. इस उत्पाद को स्पैनर्स और हाथकरघा निर्माताओं के बीच बहुत ही अधिक सराहना मिली है.
वित्त वर्ष 2012-13 कोक दर, ऊर्जा खपत और ब्लास्ट फर्नेस उत्पादकता जैसे तकनीकी-आर्थिक मानकों के क्षेत्र में भी सेल के लिए एक उत्कृष्ट वर्ष रहा, जिसमें से ऊर्जा खपत और ब्लास्ट फर्नेस उत्पादकता में क्रमश: 3% और 5% वृद्धि दर्ज की गयी है.
वित्त वर्ष 2012-13 में आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण परियोजनाओं में महत्वपूर्ण प्रगति, विशेष रूप से राउरकेला इस्पात संयत्र और इस्को इस्पात संयत्र में हासिल की गयी. राउरकेला में नया सिंटर संयत्र और नई कोक ओवन बैटरी#6 ने उत्पादन शुरू कर दिया है. इस्को में एक नई कोक ओवन बैटरी#11 और सिंटर संयत्र प्रचालन में हैं, जबकि नई वायर रॉड मिल के लिए हॉट ट्रायल्स भी चालू हो चुके हैं. सेल के विभिन्न संयंत्रों और इकाईयों में अपेक्षित और अधिक क्षमता निर्माण के साथ, कंपनी वित्त वर्ष 2013-14 में उच्च वृद्धि को लेकर आशान्वित है.