नई दिल्ली्: आज माननीय प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने महारत्नस कंपनी स्टी-ल अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड (सेल) को खनन और धातु श्रेणी का एमओयू उत्कृमष्टेता पुरस्कांर प्रदान किया। यह पुरस्काेर और प्रशस्ति-पत्र कंपनी अध्यणक्ष श्री सी.एस. वर्मा ने विज्ञान भवन में आयोजित एक भव्यक कार्यक्रम में ग्रहण किया। इस अवसर पर भारी उद्योग और सावर्जनिक उद्यम मंत्री श्री प्रफुल्लय पटेल भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का आयोजन सार्वजनिक उद्यम विभाग तथा स्टैंरडिंग कॉन्फ्रें स ऑफ़ पब्लिक एंटरप्राइज़ेज (स्कोकप) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। पुरस्कार प्राप्त करने के बाद सेलअध्य क्ष श्री वर्मा ने कहा, ''सेल का वर्ष-दर-वर्ष यह पुरस्का र जीतना हमारी आंतरिक शक्ति और हमारे गहन संस्काररों को प्रदर्शित करता है। यह पुरस्का र हमारे प्रयासों को मिली पहचान है और हम अपनी क्षमताओं को बेहतर बनाने और स्वरयं में सुधार लाने के लिए अनवरत प्रयास करेंगे।'' वर्ष 2002-03 में पहली बार यह पुरस्का र जीतने के बाद सेल ने लगातार आठवीं बार इस वर्ष एमओयू उत्कृकष्टरता पुरस्का र जीता है।
सेल अपनी हॉट मैटल उत्पाकदन क्षमता को 14 मिलियन टन प्रतिवर्ष (Mtpa) से बढ़ाकर 23.4 Mtpa करने के लिए, करीब 72,000 करोड़ रुपए के निवेश से एक व्यातपक आधुनिकीकरण और विस्तानर योजना क्रियान्वित रहा है।
इस बहुमुखी योजना का उद्देश्यन केवल उत्पा दन बढ़ाना ही नहीं है, बल्कि इसका लक्ष्यआ बेहतरीन प्रौद्योगिकियों को अपनाकर और प्रौद्योगिकी संबंधी पिछड़ेपन को दूर करके, ऊर्जा की बचत करके, उत्पानद मिश्रण को बेहतर बनाकर, प्रदूषण कम करके, खानें और कोयला खदानें विकसित करके, उपभोक्ता केंद्रित प्रक्रियाएं अपनाकर और आवश्य क ढांचागत सुविधाओं का विकास करके विभिन्नो प्रक्रियाओं को लागत प्रभावी बनाना भी है।
सेल कच्चे माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने और नए बाज़ारों में पैठ बनाने के लिए वैश्विक संस्थानओं के साथ गठजोड़ के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। इस दिशा में, सेल की अगुआई में सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्र की भारतीय स्टींल एवं खनन कंपनियों के एक कॉन्सो र्टियम ने हाजिगक, अफगानिस्ताीन में खनन अन्वेनषण अधिकार के लिए सफल बोली लगाई और उसे तीन ब्लॉजक आवंटित किए गए हैं जिनमें उच्चन श्रेणी के लौ ह अयस्के के अनुमानत: 1.28बिलियन टन भण्डािर मौजूद हैं। कोकिंग कोयले परिसंपत्ति का अधिग्रहण आसान बनाने के लिए सेल की अगुआई वाली एक संयुक्तक उद्यम कंपनी इंटरनेशनल कोल वेन्चनर्स प्राइवेट लिमिटेड (आईसीवीएल) कोकिंग कोयले और उसकी खदानों की पहचान करने की दिशा में कार्यरत है जो कि प्रमोटर कंपनियों के लिए कोकिंग और थर्मल कोल का एक दीर्घकालीन स्रोत बन सकता है।
सेल ने प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ाने के लिए नई कार्यनीतिक पहलें भी की हैं जिसमें सेल का हाल ही में लॉन्चि किया गया आर एंड डी 'मास्टकर प्ला न' भी शामिल है। इसका उद्देश्यल ''स्था्यी प्रगति के लिए उपयुक्त प्रौद्योगिकियों का अधिग्रहण और विकास करना है''। सेल लोहा बनाने की नई-नई प्रौद्योगिकियों को भारत में लाने की दिशा में भी कार्य कर रहा है। उसने दुर्गापुर में एक 0.5 MTPA ITmk3� प्रौद्योगिकी आधारित संयंत्र स्थायपित करने के लिए कोबे स्टीकल ऑफ़ जापान के साथ 50:50 के अनुपात वाला एक संयुक्तआ उद्यम बनाया है और बोकारो में 3 MT Finex प्रौद्योगिकी आधारित संयंत्र स्थासपित करने के लिए पोस्को के साथ बातचीत में काफी आगे बढ़ चुका है।
सेल अध्यचक्ष श्री सी.एस. वर्मा माननीय प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से नई दिल्लीट के विज्ञान भवन में एमओयू उत्कृषष्टंता पुरस्का्र लेते हुए। साथ में हैं भारी उद्योग तथा सार्वजनिक उद्यम मंत्री श्री प्रफुल्ल पटेल।