कोलकाता: महारत्न स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया लिमिटेड (सेल) ने पश्चिम बंगाल में पूर्व मिदनापुर जिले के जैलिंगम स्थित बर्न स्टैण्डर्ड कंपनी लिमिटेड (बीएससीएल) के परिसर में 10,000 बोगियों एवं 10,000 कपलर वार्षिक क्षमता से युक्त वैगन कलपुर्जा उत्पादन सुविधा स्थापित करने के लिए बीएससीएल के साथ आज कोलकाता में एक संयुक्त उद्यम समझौते पर हस्ताक्षर किये। इस परियोजना पर अनुमानित रूप से लगभग रूपया 200 करोड़ का पूंजीगत खर्च आयेगा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी, केन्द्रीय रेल मंत्री श्री मुकुल रॉय, पश्चिम बंगाल के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री पार्थो चटर्जी, सेल अध्यक्ष श्री सी. एस. वर्मा, रेल बोर्ड के सदस्य (मेकेनिकल) श्री केशवचन्द्र और पश्चिम बंगाल सरकार, रेल बोर्ड एवं सेल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में इस समझौते पर हस्ताक्षर किये गये।
इस अवसर पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी ने कहा, “इस सुविधा से क्षेत्र का समग्र विकास होगा और अधिकारियों से मेरा निवेदन है कि इसे योजनानुसार 2014 के बजाय 2013 तक पूर्ण किया जाये। मैंने अपने 2010 के बजट भाषण में इस परियोजना की घोषणा की थी और भारतीय रेल ने 5000 इकाइयों की वार्षिक खरीद का आश्वासन दिया है। यह प्रशंसनीय है कि सेल दुर्गापुर और बर्नपुर में रूपया 21,000 करोड़ का निवेश कर रहा है। सेल के ये दोनों कारखाने पश्चिम बंगाल की प्रगति में उल्लेखनीय भूमिका अदा कर रहे हैं। सेल की क्षमता एवं सामथ्र्य पर मेरा पूरा विश्वास है और यह कंपनी राज्य के लिए बेमिसाल कार्य कर रही है। सेल और भारतीय रेल के आपसी संबंध और बढ़ने की संभावना है और इसका पूरी तरह से दोहन किया जाना चाहिए“।
इस अवसर पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी ने कहा,'' सुविधा क्षेत्र के समग्र विकास के लिए नेतृत्व और मैं अधिकारियों से आग्रह करता हूं करने के लिए इसे 2013 तक पूरा नहीं है और 2014 के रूप में की योजना बनाई है. मैं अपने 2010 के बजट भाषण में इस परियोजना की घोषणा की थी और रेल इकाइयों 5000 के लिए वार्षिक उठाव का आश्वासन दिया है. यह सराहनीय है कि सेल रुपये निवेश कर रही है. दुर्गापुर और बर्नपुर में 21,000 करोड़. इन दोनों सेल पौधों पश्चिम बंगाल के परिवर्तन में एक फ़र्मर भूमिका निभा रहे हैं. मैं सेल की क्षमता और क्षमताओं में विश्वास पूरा है और कंपनी के राज्य के लिए अनुकरणीय काम कर रहा है. सेल और रेलवे के बीच सहजीवी संबंध आगे बढ़ने की क्षमता है और यह पूरी तरह से इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
सेल अध्यक्ष श्री सी. एस. वर्मा ने कहा, “भारतीय रेल और सेल का एक लम्बा सहयोग रहा है भारतीय रेल दरअसल सेल के कच्चे माल और तैयार उत्पादों सभी के परिवहन की महत्वपूर्ण सेवा प्रदान कर रहा है। सेल के अनेक कारखानों में भारतीय रेल द्वारा प्रयुक्त रेल पटरियों, व्हील एवं एक्सल, रेल कोच विनिर्माण सामग्री इत्यादि जैसे व्यापक श्रेणी के इस्पात उत्पादों का उत्पादन किया जाता है। आज का यह समझौता हमारे इस सफर का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और राष्ट्र की समस्त भावी जरूरतों को पूरा करने के लिए सेल भारतीय रेल के साथ ऐसे अधिक सहयोग करने के लिए तैयार है“। उन्होंने आगे कहा “सेल नये बाजारों/क्षेत्रों की तलाश में हैं, जहां हम अधिक मूल्य संवंर्धित इस्पात की आपूर्ति करने के लिए अवसरों पर पुनः बल दे सकते हैं। भारतीय रेल जिसे यात्री और माल डिब्बों के साथ-साथ इन डिब्बों के लिए कास्ट स्टील फ्रेम्स (बोगियां एवं कपलर) का उत्पादन करने के लिए विभिन्न किस्म के स्टेनलेस इस्पात एवं अन्य विशेष श्रेणी इस्पात की जरूरत होती है, सेल के लिए ऐसा एक संभावित क्षेत्र होगा“। श्री वर्मा ने वैगन कलपुर्जा विनिर्माण परियोजना के लिए समस्त सहयोग प्रदान करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर श्री केशवचन्द्र ने कहा, “इस हस्ताक्षर समारोह का विशेष महत्व है क्योंकि इस विनिर्माण सुविधा से भारतीय रेल और उद्योग की जरूरतें पूरी होंगी। यह देखते हुए कि बोगियों और कपलर्स की आपूर्ति कम है इसका विशेष महत्व हो जाता है“।
भारतीय रेल के विज़न 2020 दस्तावेज के अनुसार, भारतीय रेल और अन्य वैगन उपभोक्ताओं से वैगनों की मांग बड़ी तेजी से बढ़ेगी जिससे वैगनों की मांग के साथ-साथ बोगियों और कपलर की मांग पर भी दबाव होगा। सेल-बीएससीएल संयुक्त उद्यम प्रतिस्पर्धा से निपटने और नये/नवीकृत उत्पादों के का अच्छा बाजार अंश सुरक्षित करने में समर्थ होगा।
अध्यक्ष श्री सीएस वर्मा (खड़े दाएं से 2) और रेलवे बोर्ड के सदस्य (मैकेनिकल) श्री केशव चंद्र की उपस्थिति में संयुक्त उद्यम दस्तावेज़ की प्रतियां पकड़ सेल (बाएं से) बैठे रेल मंत्री श्री मुकुल रॉय के लिए केंद्रीय मंत्री, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री सुश्री ममताबनर्जी ने पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री श्री अमित मित्रा और पश्चिम बंगाल के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री पार्थो चटर्जी कोलकाता में 'राइटर्स बिल्डिंग में