12 प्रतिशत अंतरिम लाभांश घोषित
नई दिल्ली: सेल का प्रथम नौ महीनों का कारोबार रु. 35563.73 करोड़ रहा, जो विगत वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 5 प्रतिशत अधिक है। कच्चे माल की ऊंची लागत एवं विदेशी मुद्रा दर में बदलाव के चलते विगत वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले लाभ प्रभावित हुआ है। कंपनी ने अप्रैल-दिसम्बर 2011 की अवधि के दौरान कर पूर्व लाभ एवं कर उपरांत लाभ क्रमशः रु. 2849.51 करोड़ और रु. 1965.74 करोड़ दर्ज किया, जो विगत वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले क्र्रमशः42.7 प्रतिशत एवं 41.7 प्रतिशत कम हैं। कर पूर्व लाभ में रु. 2120 करोड़ का अंतर प्रमुख रूप से कोकिंग कोयले की कीमतों में रु. 1849 करोड़ और विदेशी मुद्रा में बदलाव से रु. 1079 करोड़ के प्रभाव की वजह से हुआ है। सेल का निवल मूल्य रु. 2503 करोड़ बढ़ कर 31 दिसम्बर 2011 को रु. 38618 करोड़ हुआ। सेल निदेशक मंडल ने अपने शेयरधारकों को कंपनी के चुकता पूंजी का 12 प्रतिशत अंतरिम लाभांश मंजूर किया है।
पूर्व तिमाही के मुकाबले कार्यनिष्पादन में बढ़ोत्तरी के साथ, सेल ने तीसरी तिमाही में रु. 903.76 करोड़ कर पूर्व लाभ और रु. 632.12 करोड़ कर उपरांत लाभ अर्जित करते हुए, वित्त वर्ष 2011-12 की दूसरी तिमाही के मुकाबले क्रमशः 26 प्रतिशत और 28 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की। तीसरी तिमाही के कर पूर्व लाभ में रु. 724.44 करोड़ की कमी आई, जो विगत वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 44 प्रतिशत कम है, जो कच्चे माल खासतौर पर कोकिंग कोयले की कीमतों में रु.578 करोड़ की वृद्धि और विदेशी मुद्रा में बदलाव के कारण रु. 499 करोड़ की वृद्धि की वजह से हुआ है। अन्य के साथ, इन दो कारणों से कर उपरांत लाभ में भी रु. 475.35 करोड़ (43 प्रतिशत) की कमी आई । वित्त वर्ष 2011-12 की तीसरी तिामही का कारोबार रु. 11685.95 करोड़ रहा, जो विगत वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 4.8 प्रतिशत कम है।
सेल के इस्पात कारखानों में वित्त वर्ष 2011-12 की तीसरी तिमाही में अनेक जारी परियोजनायें पूर्ण हुईं, जिनमें बोकारो के कोक ओवन बैटरी 2 का पुनर्निर्माण, बोकारो के टर्बो-ब्लोअर संख्या 8 की स्थापना, मिश्र इस्पात कारखाने में 60 टन क्षमता के लैडल फर्नेस और राउरकेला एवं भिलाई में टनेज आॅक्सीजन संयंत्रों की स्थापना शामिल हैं। बोकारो के कोल्ड रोलिंग मिल हेतु पिकलिंग लाइन एवं टेंडम कोल्ड मिल को चालू करने की गतिविधियां शुरू हुईं।
सेल निदेशक मंडल ने रावधाट क्षेत्र में सुरक्षित माहौल मुहैया करने के लिए दो सीआरपीएफ बटालियनों का खर्चा उठाने के लिए सिद्धांत रूप से मंजूरी दे दी है। गुआ लौह अयस्क खदानों के लिए पैलेटाइजेशन (4 मिलियन टन) एवं बैनिफिसियेशन (10 मिलियिन टन) परियोजना के लिए निविदा जारी कर दी गई है और इस वर्ष यह प्रक्रिया पूर्ण हो जाने की संभावना है। यह कच्चे माल की सुरक्षा एवं पर्यावरण-अनुकूल खनन टेक्नोलाॅजी लाने की ओर एक कदम है
वित्त वर्ष 2011-12 की तीसरी तिमाही के दौरान, सेल वैश्विक कंपनी बनने के अपने सफर में एक कदम आगे बढ़ा है। सेल के नेतृत्व में बने कंसोर्टियम अफिस्कोे (अफगान आयरन एंड स्टील कंसोर्टियम), जिसने हाजीगक में अनुमानित रूप से 1.7 बिलियन टन लौह अयस्क भंडार के खनन दोहन के अधिकार के लिए निविदा प्रस्तुत की थी, ने अनुमानित रूप से 1.28 बिलियन टन उच्च श्रेणी मेग्नेटाइट लौह अयस्क (62-64 प्रतिशत लौह युक्त) भ्ंाडार वाले बी, सी एवं डी ब्लाक हेतु �पसंदीदा बिडर� की स्थिति प्राप्त की है। 0.5 मिलियन टन आईटीएमके3 संयंत्र हेतु �सेल-कोबे आयरन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड� नाम दियागया है। इस संयंत्र के लिए टर्म शीट हस्ताक्षरित होने के उपरांत, एएसपी, दुर्गापुर में मृदा अन्वेषण सहित पर्यावरण प्रभाव अध्ययन एवं कार्यस्थल सर्वेक्षण शुरू हो गया है। घरेलू मोर्चे पर, सेल ने सेल रिफ्रेक्टरी कंपनी लिमिटेड (एसआरसीएल) नामक अपनी एक नई सहायक कंपनी के गठन की दिशा में बीएससीएल की सेलम स्थित रिफ्रेक्टरी यूनिट के हस्तांतरण के लिए बर्न स्टंेडर्ड एंड कंपनी लिमिटेड (बीएससीएल) के साथ हस्तांतरण डीड पर हस्ताक्ष्र किये । कंपनी के आधुनिकीकरण एवं विस्तारीकरण योजनाओं के कार्यान्वयन के उपरांत सेल की रिफ्रेक्टरी सामग्री की जरूरत बढ़ जाने की उम्मीद को देखते हुए, इस कंपनी के विलय से सेल को दीर्घकालीन अपार सामरिक लाभ मिलेगा।
एक नई स्पेशल पर्पज़ व्हीकल कंपनी �सेल सिन्दरी प्रोजेक्टस लिमिटेड� को एफसीआईएल की बंद पड़ी इकाइयों को बहाल करने के लिए पहले ही नवंबर 2011 में निगमित कर लिया गया है। सेल आगे की कार्रवाई करने के लिए बीआईएफआर की मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहा है ।
सेल को दिसंबर 2011 में इंस्टीट्यूशन आॅफ इंजिनियर्स (इंडिया) द्वारा �इंडस्ट्री एक्सीलेंस पुरस्कार� प्रदान किया गया। सेल के कर्मचारियों ने भी राष्ट्रीय कार्यनिष्पादन पुरस्कारों मेें अपना विजयी अभियान जारी रखा। प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह और केन्द्रीय श्रम एवं
रोजगार मंत्री श्री मल्लिकार्जुन खरगे ने अक्टूबर 2011 में विज्ञान भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में पूर्व केलेंडर वर्षों के 189 श्रम पुरस्कार प्रदान किये, जिनमें से सेल कर्मियों को 103 पुरस्कार प्राप्त करने का गौरव मिला। इस तरह से कुल श्रम पुरस्कारों में से 54.5 प्रतिशत पुरस्कार सेल कर्मियों को प्राप्त हुए। सेल कर्मचारियों ने नवम्बर, 2011 में प्रदान किये गये कुल 28 विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कारों में से भी 50 प्रतिशत पुरस्कार प्राप्त किये। हाल ही में,सार्वजनिक उपक्रम विभाग एवं स्कोप द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एक समारोह में माननीय प्रधानमंत्री द्वारा सेल को खनन एवं धातु वर्ग में �एमओयू एक्सीलेंस पुरस्कार� से सम्मानित किया गया । इस वर्ष सेल के भिलाई इस्पात कारखाने को 2009-10 हेतु सर्वश्रेष्ठ एकीकृत इस्पात संयंत्र की प्रधानमंत्री ट्राफी विजेता घोषित किया गया। भिलाई इस्पात कारखाने ने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को दसवीं बार प्राप्त कर लिया है।
तीसरी तिमाही के कार्यनिष्पादन की समीक्षा करते हुए, सेल अध्यक्ष श्री सी. एस. वर्मा ने कहा �पूर्व तिमाही कार्यनिष्पादन के मुकाबले वर्तमान तिमाही में बढ़ोत्तरी इस बात का सूचक है कि समग्र इस्पात परिदृश्य सकारात्मक होने जा रहा है और आंतरिक रूप से किये जा रहे उपायों के इच्छित परिणाम मिलने लगे हैं। कोकिंग कोयले की कीमतों में स्थायित्व, इस्पात की मांग में मजबूती और मात्रा की दृष्टि से उत्पादन में होने जा रही वृद्धि के चलते, 2012 सेल के लिए एक नई शुरूआत का वर्ष होने की आशा है�।