इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (एफआईएच) और हॉकी इण्डिया (एचआई) ने आज स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया लिमिटेड (सेल) को हीरो होंडा एफआईएच वर्ल्ड कप 2010 के लिए प्रेजेंटिंग पार्टनर घोषित किया है। इस वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत द्वारा मार्च 2010 में की जानी है। इस इवेंट को अब सेल द्वारा प्रस्तुत - हीरो होंडा एफआईएच वर्ल्ड कप कहा जायेगा ।
इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (एफआईएच) के प्रमुख श्री लियेन्द्रो नेग्रे और सेल के निदेशक (कार्मिक) श्री जी. ओझा ने आज उद्योग भवन में केन्द्रीय इस्पात मंत्री श्री वीरभद्र सिंह और केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री, श्री ए. साई प्रताप की उपस्थिति में उपरोक्त सहमति पर हस्ताक्षर किये । इस अवसर पर, इस्पात सचिव, श्री अतुल चतुर्वेदी, सेल अध्यक्ष, श्री एस. के. रुँगटा हॉकी इण्डिया के अध्यक्ष श्री ए. के. मट्टू और ऑलम्पियन एवं पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान - ज़फर इकबाल, अजित पाल सिंह और जगबीर सिंह अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि भारत द्वारा 2010 में हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी करना और इस महान इवेंट का प्रेजेंटिंग पार्टनर बनना अपार गौरव की बात है । उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे भारत में हॉकी फिर से ऊॅचाइयां हासिल करेगी। उन्होंने निगमित प्रतिष्ठानों को खेल प्रतिस्पर्धाओं के साथ-साथ खिलाड़ियों की मदद पहुंचाने और प्रोत्साहित करने के लिए आगे आने का आहवान किया ताकि उनको अपने लिए रोजी-रोटी की चिंता न करनी पड़े । श्री साई प्रताप ने इस अवसर पर अपने स्कूल के उन दिनों को याद किया जब वे हॉकी खेला करते थे और उन्होंने हॉकी को लोकप्रिय बनाने में मदद पहुंचाने के लिए सेल का धन्यवाद किया ।

श्री लियेन्द्रो नेग्रे ने कहा, “स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया का अपने ग्लोबल हॉकी परिवार में स्वागत करते हुए मुझे अपार हर्ष हो रहा है। यह एक अन्य कीर्तिमान है और खेल के लिए अन्तरराष्ट्रीय दृष्टि से एक महत्वपूर्ण प्रायोजन है।” यह इवेंट भारतीय हॉकी और वास्तव में विश्वभर में इस खेल के लिए अपार महत्वपूर्ण है। भारत में इस टूर्नामेंट का आयोजन करने का फैसला यकीनन इस खेल के पुनरुत्थान के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा। हॉकी का सेल के रूप में एक पार्टनर है, जो इस इस स्वप्न का साझेदार है, एक ऐसा पार्टनर जो अपने क्षेत्र में विश्व के अग्रणी संगठनों में से एक हैं, और उसे भारतीय होने का गर्व है और एक ऐसा पार्टनर जो इस महान खेल का आदर करता है जिसे हम प्यार करते हैं और, जो हॉकी को फिर से नई ऊॅचाइयों तक पहुंचते हुए देखना चाहता है । जैसा कि सेल अध्यक्ष ने मुझसे कहा, “हॉकी अपने घर वापस आ रही है।”
खेलों के प्रोत्साहन के लिए पांच दशकों के सेल के जुड़ाव पर बोलते हुए, सेल अध्यक्ष, श्री एस. के. रुँगटा ने कहा, “सेल में हमें अन्तरराष्ट्रीय हॉकी की इस सबसे बड़ी स्पर्धा से जुड़ने पर अपार हर्ष हो रहा है। सेल की हॉकी में एक महत्वपूर्ण परम्परा रही है और वास्तव में हमारी कंपनी को एस्ट्रों टर्फ से युक्त राउरकेला इस्पात कारखाने में देश की प्रमुख खेल एवं प्रशिक्षण सुविधाओं में से एक का स्वामित्व एवं प्रचालन करने का गौरव है। सेल इस बात से भी उचित ही गौरवान्वित है कि 1974 में हॉकी वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के स्टार खिलाड़ियों में एक माइकल किण्डों कंपनी की सेवा में थे। हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है और एक गौरवान्वित और देशभक्त एवं राष्ट्रीय कंपनी के रूप में हमें लगता है कि इस प्रमुख ग्लोबल इवेंट के साथ हमारी भागीदारी हमारे नैतिक मूल्यों , वैश्विक नजरिये एवं मानकों का सम्पूर्ण परिचायक है । भारत के राष्ट्रीय खेल के रूप में यह खेल अनेक तरीकों से विश्व के लिए भारत का परिचायक है और हम मानते हैं कि हमारी कंपनी की तरह ही हॉकी प्रत्येक भारतीय के दिलों तक
पहुंचे हॉकी इण्डिया के प्रमुख श्री ए. के. मट्टू, ने कहा कि सेल द्वारा प्रस्तुत प्रस्तुत - हीरो होंडा एफआईएच वर्ल्ड कप भारतीय हॉकी के लिए एक महान क्षण है और खेल एवं इस महत्वपूर्ण इवेंट के लिए अत्यंत मददगार है । हम इस खेल के लिए सेल जैसी ब्लूचिप कंपनी को अपने साथ लाने में समर्थ हुए यह इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि भारत में हॉकी की जरूरत है । यह प्रायोजन इस स्पर्धा को पूर्णतः एक विश्वस्तरीय प्रतिस्पण्र्धा बनाने के लिए अत्यंत मददगार होगा हॉकी के प्रति इस अत्यंत वचनबद्वता के लिए मै सेल परिवार के प्रत्येक सदस्य का हार्दिक आभार व्यक्त करता हॅूं ।
वर्तमान भारतीय हॉकी टीम इस बार घरेलू मैदान पर टूर्नामेंट के 12वें संस्करण में अपने सुनहरे अतीत को फिर से प्राप्त करने के नजरिये से मैदान पर उतरेगी। भारत को हॉकी के सबसे बड़े सम्मान को पाने के लिए ग्यारह अन्य प्रतियोगी टीमों से कड़ी चुनौती का सामना करना होगा
स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया लिमिटेड
स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया लिमिटेड (सेल) भारत में सबसे बड़ी इस्पात निर्माता कंपनी है। यह पूर्णतः एकीकृत लौह एवं इस्पात निर्माता कंपनी घरेलू निर्माण, इंजीनियरी, बिजली, रेलवे, वाहन और रक्षा उद्योगांे के लिए बेसिक एवं िवशेष इस्पात का उत्पादन कर रही है और यह अपने उत्पादों का निर्यात भी कर रही है कारोबार की दृष्टि से भारत में दस सबसे बड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में से एक, सेल हाॅट एवं कोल्ड रोल्ड शीट्स एवं काॅयल्स, गेल्वेनाइज्ड शीट्स, इलेक्ट्रिकल शीट्स, स्टक्चरल्स, रेलवे उत्पाद, प्लेट्स, बार्स एवं राॅड्स, स्टेनलेस स्टील और अन्य मिश्र इस्पात सहित व्यापक रेंज के इस्पात उत्पादों का उत्पादन एवं विक्रय करती है ।
सेल प्रमुख रूप से भारत के पूर्वी एवं केन्द्रीय क्षेत्र में स्थित अपने पांच एकीकृत इस्पात कारखानों और तीन विशेष इस्पात कारखानों में लौह एवं इस्पात का उत्पादन करता है ये इस्पात कारखाने लौह अयस्क, लाइम स्टोन एवं डोलोमाइट माइंस समेत कच्चे माल के घरेलू स्रोतों के नजदीक स्थित हैं कंपनी को देश का दूसरा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक होने का श्रेय जाता है। कंपनी देश का दूसरा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक भी है और कंपनी के पास देश का दूसरा सबसे बड़ा खनन नेटवर्क भी है इससे सेल को इस्पात उत्पादन के लिए कच्चे माल की निजी उपलब्धता की दृष्टि से एक प्रतियोगी लाभ है ।
1950 के शुरूआत से ही जब सेल की उत्पादन इकाइयाँ और स्टील टाउनशिप्स का निर्माण हो रहा था सेल खेलों के प्रोत्साहन से जुड़ा, सेल ने देशभर में 6 खेल अकादमियां स्थापित की हैं जो हॉकी, फुटबाॅल, एथलेटिक्स, और आर्चरी का प्रशिक्षण दे रही हैं ।
इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन
विश्व की हॉकी गर्वनिंग बाॅडी, इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन लोसाने, स्विट्जरलैंड में स्थित है और इसकी स्थापना 1924 में की गई थी वर्तमान रूप से 127 नेशनल एसोसियेशंस इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन के सदस्य हैं हॉकी सभी पांच महाद्वीपों में खेली जाती है । सन 2008 में एक ऑलम्पिक खेल के रूप् में हॉकी ने 100 साल पूरे किये । इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन ने कम्यून स्पोर्टस एंड एंटरटेनमेंट को भारत में अपना एक्सक्लुसिव मार्केटिंग एजेंट नियुक्त किया है ।
अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें:
Arjen Meijer,
FIH Communications Manager
Email:arjen.meijer@worldhockey.org
Phone:+41 79 619 77 34
उपयोगी सूचना:
हॉकी वर्ल्ड कप इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन द्वारा आयोजित अन्तरराष्ट्रीय फील्ड हॉकी प्रतियोगिता है। यह टूर्नामेंट 1971 में शुरू हुआ था । हर चार वर्ष के अंतराल पर आयोजित किया जाता है ।
इस इवेंट के इतिहास में पांच देशों का दबदबा रहा है । चार बार टूर्नामेंट विजेता रह कर पाकिस्तान अत्यंत सफल टीम रही है । नीदरलैंड ने 3 बार यह सम्मान प्राप्त किया है और जर्मनी 2 बार विजेता रही है । भारत और आस्ट्रेलिया ने यह टूर्नामेंट एक एक बार जीता है ।
हॉकी वर्ल्ड कप 2006 वारस्टेनर हॉकी पार्क, मोगचेंगलाडबाश, जर्मनी में 6 से 17 सितम्बर के बीच आयोजित किया गया था । जर्मनी ने फाइनल मुकाबले में आस्ट्रेलिया को 4-3 से पराजित करते हुए दूसरी बार खिताब प्राप्त किया था
हॉकी ने एक ऑलम्पिक खेल के रूप में 2008 में सौ साल पूरे किये ।
हॉकी के इतिहास में भारत में एफआईएच वर्ल्ड कप दूसरी बार खेला जायेगा।
अब तक आयोजित सभी वर्ल्ड कप्स में खेलने वाले कुछ देशों में एक होने का श्रेय भारत को जाता है ।
सभी महाद्वीपों में वर्ल्ड कप हॉकी कम से कम एक बार आयोजित किया गया है ।